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संसद में ऐसा राहुल गांधी ने क्या बोला की खुद मोदी जी को उठ कर जवाब देना पड़ा | 2024 | सारे संसद हंगामा करने लगे

  संसद में राहुल गांधी के भाषण के दौरान जोरदार हंगामा हुआ। राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कई मुद्दों पर सरकार को आड़े हाथों लिया, जो विपक्षी दलों को आंदोलित कर गया। मुख्य रूप से, उनके भाषण के निम्नलिखित अंशों ने विवाद और हंगामा खड़ा किया:

मणिपुर हिंसा पर टिप्पणी

राहुल गांधी ने अपने भाषण की शुरुआत मणिपुर में हो रही हिंसा से की। उन्होंने कहा कि मणिपुर में जो हो रहा है, वह "भारत की हत्या" के समान है। उन्होंने यह भी कहा कि मणिपुर की स्थिति बेहद गंभीर है और सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है। उन्होंने कहा, "उन्होंने मणिपुर में भारत माता की हत्या की है," जो सरकार के खिलाफ एक बहुत ही गंभीर आरोप है।

मोदी-आदानी संबंध पर आरोप

राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उद्योगपति गौतम अडानी के बीच कथित संबंधों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने अडानी समूह को फायदा पहुंचाने के लिए नियमों को तोड़ा और बदल दिया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने अडानी को अनुचित तरीके से ठेके और परियोजनाएं दी हैं, जो कि भ्रष्टाचार का स्पष्ट संकेत है।

लोकतंत्र और संस्थाओं पर हमला

राहुल गांधी ने यह भी कहा कि भाजपा सरकार लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर कर रही है। उन्होंने न्यायपालिका, मीडिया, और चुनाव आयोग जैसी संस्थाओं पर सरकार के हस्तक्षेप का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार स्वतंत्र संस्थाओं को दबाने का प्रयास कर रही है ताकि वे अपनी मनमानी कर सकें।

विपक्ष की भूमिका और जवाबदेही

राहुल गांधी ने विपक्ष की भूमिका पर भी जोर दिया और कहा कि यह उनका कर्तव्य है कि वे सरकार की गलतियों को उजागर करें और उन्हें जवाबदेह ठहराएं। उन्होंने कहा कि विपक्ष का काम सिर्फ विरोध करना नहीं है, बल्कि जनहित के मुद्दों को उठाना और सरकार को सही दिशा में ले जाना भी है।

व्यक्तिगत हमले और टिप्पणी

राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर व्यक्तिगत हमले भी किए, जिससे संसद में भाजपा सांसदों ने जोरदार विरोध किया। उन्होंने प्रधानमंत्री पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाया और कहा कि मोदी सरकार आम जनता की समस्याओं से मुंह मोड़ रही है और अपने पूंजीपति दोस्तों को फायदा पहुंचा रही है।

सरकार की नीतियों की आलोचना

राहुल गांधी ने सरकार की आर्थिक नीतियों, रोजगार, और सामाजिक सुरक्षा पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की नीतियों से गरीब और मध्यम वर्ग के लोग प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की नीतियां गरीबों के हित में नहीं हैं और वे केवल अमीरों को फायदा पहुंचाने वाली हैं।

संसद में प्रतिक्रिया और हंगामा

राहुल गांधी के इन आरोपों और टिप्पणियों के बाद संसद में जोरदार हंगामा हुआ। भाजपा सांसदों ने जोरदार विरोध किया और उनके भाषण को रोकने की कोशिश की। कई बार स्थिति इतनी बिगड़ गई कि स्पीकर को हस्तक्षेप करना पड़ा और सदन की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा।

मीडिया और जनता की प्रतिक्रिया

राहुल गांधी के इस भाषण ने मीडिया और जनता के बीच भी बड़ी चर्चा को जन्म दिया है। उनके समर्थकों ने उनकी बेबाकी और साहस की सराहना की है, जबकि भाजपा समर्थकों ने उनकी टिप्पणियों को गैर-जिम्मेदाराना और भड़काऊ बताया है। सोशल मीडिया पर भी इस भाषण को लेकर बहस छिड़ी हुई है और लोग अपनी-अपनी राय व्यक्त कर रहे हैं।

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