हाल ही में, डेविड मिलर के टी20 क्रिकेट से रिटायरमेंट को लेकर काफी अफवाहें और चर्चाएं हो रही हैं। लेकिन इन अफवाहों को शांत करते हुए, डेविड मिलर ने अपनी चुप्पी तोड़ी है और स्थिति को स्पष्ट किया है। अफवाहें और सच्चाई डेविड मिलर ने अपने टी20 क्रिकेट करियर को लेकर चल रही अफवाहों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह फिलहाल रिटायरमेंट लेने की योजना में नहीं हैं। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि उनका लक्ष्य अभी भी अपने देश और घरेलू टीमों के लिए खेलना और योगदान देना है। उन्होंने कहा कि "मैं अभी अपने क्रिकेट करियर का आनंद ले रहा हूँ और मेरा ध्यान केवल बेहतर प्रदर्शन करने पर है। टी20 वर्ल्ड कप 2024 में विवाद डेविड मिलर हाल ही में टी20 वर्ल्ड कप 2024 के दौरान एक विवाद में भी फंस गए थे। इंग्लैंड के खिलाफ एक मैच में उन्होंने अंपायर के फैसले पर असहमति जताई थी, जिसके कारण उन्हें आधिकारिक चेतावनी दी गई और उनके रिकॉर्ड में एक डिमेरिट पॉइंट जोड़ दिया गया। यह घटना उस समय हुई जब मिलर ने एक डिलीवरी को नो-बॉल घोषित करने की मांग की थी, जिसे अंपायर ने स्वीकार नहीं किया। 10,000 टी20 रन का मील का पत्थर इस विवाद के
संसद में ऐसा राहुल गांधी ने क्या बोला की खुद मोदी जी को उठ कर जवाब देना पड़ा | 2024 | सारे संसद हंगामा करने लगे
संसद में राहुल गांधी के भाषण के दौरान जोरदार हंगामा हुआ। राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कई मुद्दों पर सरकार को आड़े हाथों लिया, जो विपक्षी दलों को आंदोलित कर गया। मुख्य रूप से, उनके भाषण के निम्नलिखित अंशों ने विवाद और हंगामा खड़ा किया: मणिपुर हिंसा पर टिप्पणी राहुल गांधी ने अपने भाषण की शुरुआत मणिपुर में हो रही हिंसा से की। उन्होंने कहा कि मणिपुर में जो हो रहा है, वह "भारत की हत्या" के समान है। उन्होंने यह भी कहा कि मणिपुर की स्थिति बेहद गंभीर है और सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है। उन्होंने कहा, "उन्होंने मणिपुर में भारत माता की हत्या की है," जो सरकार के खिलाफ एक बहुत ही गंभीर आरोप है। मोदी-आदानी संबंध पर आरोप राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उद्योगपति गौतम अडानी के बीच कथित संबंधों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने अडानी समूह को फायदा पहुंचाने के लिए नियमों को तोड़ा और बदल दिया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने अडानी को अनुचित तरीके से ठेके और परियोजनाएं दी हैं, जो कि भ्रष्टाचार का स्पष्ट संकेत है। लोकतंत्र और संस्थाओं पर हमला राहुल